माउंट आबू। ब्रह्मकुमारीज ईश्वरीय विश्वविद्यालय के आनंद सरोवर सभागार में ‘स्वस्थ और सुखी समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण – मीडिया की भूमिका’ विषयक पांच दिवसीय राष्ट्रीय मीडिया कॉन्फ्रेंस का शुभारंभ हुआ। इस कॉन्फ्रेंस के वेलकम सेशन में ब्रह्मकुमारी मंजू ने भारत और नेपाल से आए मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि 20 मिनट का मेडिटेशन व्यक्ति को आठ घंटे के कार्य की ताजगी प्रदान करता है।
दूसरे सत्र का संचालन बी के चंदा ने किया। इस दौरान पंच तत्वों में मैनमेड विकारों से चेताया और समाधान सुझाया। ब्रह्मा कुमार निकुंज ने कहा कि जिस देश का मीडिया कर्मी शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं होगा तो उस देश का वैसा ही हाल होगा। मीडिया शब्द पर अपने चिंतन से भी परिचित कराया। इस दौरान एक बालिका ने शानदार नृत्य और कलाकार युगरत्न ने ‘यह कौन चित्रकार कौन है’ गीत की शानदार प्रस्तुति दी।
बी के नलिनी ने कहा कि मीडिया कर्मी हर युग में होते आए हैं। यह पार्ट हमारे ऋषि मुनियों ने प्ले किया। राजयोगी गंगाधर ने पत्रकारों से कहा कि ज्ञान, मान और आंनद सरोवर की इस यात्रा में आए हैं। इसकी अनुभूति करना जरूरी है। साथ ही रिलेक्स, रिफ्रेश और रिचार्ज हो कर जाए। ब्रह्माकुमारी की नेशनल कॉर्डिनेटर बी के सविता ने कहा परिवर्तन की शुरुआत व्यक्ति से होती है। एक व्यक्ति परिवर्तन लाता है। उसका प्रभाव देश, समाज व दुनिया पर होता है। ऐसे में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। यह बदलाव आध्यात्मिकता की शक्ति से संभव है। वेलकम सेशन के अध्यक्ष आत्म प्रकाश ने आज हमारे समक्ष वही महाभारत आ खड़ी है को विस्तार से समझाया। ब्रह्मकुमारीज की अतिरिक्त प्रशासक बी के मोहिनी ने दुनिया में दुख का कारण अज्ञान है। यदि मनुष्य को ज्ञान हो जाए तो सुख आ जाएगा। चिंतन-मनन करने से हम दुखी नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि जीवन में दो बातें हैं सही सोचना व सही निर्णय करना। तब सही मार्ग पर चलेंगे।
इस राष्ट्रीय मीडिया कॉन्फ्रेंस में बीकानेर से पत्रकार राजीव जोशी, राजेश रतन व्यास, राम रतन मोदी, प्रेम पाल, सरजीत सिंह और चूरु जिले के सादुलपुर से नटवर आचार्य शामिल हुए। कॉन्फ्रेंस के अंतिम सत्र में पत्रकारों को सौगात देकर सम्मानित किया गया।
