बीकानेर
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा बीज-खाद व्यापारियों से वार्ता करते हुए।
खाद, बीज और कीटनाशक की दुकानों व गोदामों में छापेमारी करने से नाराज जिन व्यापारियों ने दुकानों को बंद कर दिया था, वो सोमवार से फिर खुल जाएगी। दरअसल, व्यापारियों की कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा के साथ वार्ता हो गई है, जिसमें व्यापारियों की कुछ मांगों को स्वीकार कर लिया गया है।
जिला कृषि आदान विक्रेता संघ की ओर से चलाया जा रहा अनिश्चितकालीन प्रतिष्ठान बंद आंदोलन रविवार को समाप्त कर दिया गया। यह निर्णय कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा से प्रतिनिधि मंडल की वार्ता के बाद लिया गया, जिसमें मंत्री ने व्यापारियों की मांगों को जायज बताते हुए समस्याओं के शीघ्र समाधान का भरोसा दिलाया। मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण कार्य करने वाले व्यापारियों को परेशान नहीं किया जाएगा, लेकिन नकली बीज या खाद बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी कहा कि व्यापारी जो डिब्बाबंद माल कंपनियों से खरीदते हैं, उन्हें टैगिंग संबंधी समस्याओं से मुक्त किया जाएगा और कंपनियों को टैगिंग के लिए बाध्य किया जाएगा।
कृषि आदान विक्रेता संघ के महासचिव तोलाराम कूकना ने बताया कि कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने विजयनगर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दुकानदारों और किसानों को राम-लक्ष्मण की जोड़ी बताते हुए कहा कि दोनों का आपसी विश्वास कृषि व्यवस्था की रीढ़ है। प्रतिनिधि मंडल ने भी स्पष्ट किया कि यदि कंपनियां टैगिंग नहीं करतीं तो वे किसानों को भी टैग नहीं करेंगे।
कृषि मंत्री से मिले प्रतिनिधि मंडल में इंदरचंद तिवाड़ी (जसरासर), पूनमचंद ज्यानी (नोखा), सुरेंद्र गोदारा (बीकानेर), रामरतन सारण (नोखा), मुखराम गोदारा (सेरूणा), नवरतन बंसल (लूणकरणसर), परमाराम सारण (नोखा), धर्मवीर मुंड (बीकानेर) सहित अनेक व्यापारी नेता शामिल थे।
संघ ने घोषणा की कि सोमवार से बीकानेर जिले की सभी खाद-बीज की दुकानें पुनः खुलेंगी और व्यापार सुचारू रूप से शुरू हो जाएगा।
