बीकानेर। बीकानेर में ट्रैफिक पुलिस की दादागिरी से अब तक आम आदमी ही पीड़ित था, लेकिन अब पुलिस विभाग के आला अधिकारी भी बचे हुए नहीं हैं। मामला एक आईपीएस अधिकारी से चौथ वसूली का बताया जा रहा है। ख़बर है कि 14 जून को जयपुर रोड़ से गुजर रहे एक आईपीएस अधिकारी को ट्रैफिक पुलिसकर्मियों ने रोक लिया। नियमों की आड़ में पैसे मांगने का भी आरोप है। बाद में आईपीएस ने अपना परिचय दिया तो पुलिसकर्मियों के पैरों तले ज़मीन खिसक गई। पुलिसकर्मियों ने हाथाजोड़ी कर ली। बात एकबारगी दब गई।
सूत्रों के मुताबिक यह बात किसी स्थानीय अधिकारी व मीडिया के मार्फत शुक्रवार रात एसपी कावेंद्र सिंह सागर तक पहुंच गई। एसपी ने तुरंत चारों पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया।
एएसपी सिटी सौरभ तिवारी के अनुसार मामले में एएसआई कानदान, एचसी शंकर लाल 2228, एचसी सुनील कुमार 1528 व ड्राईवर मनोज कुमार 1401 को लाइन हाजिर किया गया है। एएसपी सौरभ तिवारी के अनुसार ट्रैफिक कर्मियों ने आईपीएस प्यारेलाल शिवराण को रोका था। सूत्रों के मुताबिक वे उस समय सिविल ड्रेस में तथा प्राइवेट कार में थे। बता दें कि आईपीएस प्यारे लाल इससे पहले सीआईडी सीबी बीकानेर व एएसपी ग्रामीण बीकानेर रह चुके हैं। प्रमोशन के बाद उनका तबादला एसीबी में हुआ।
