बीकानेर। गुरूवार दोपहर से खुद के अपहरण की अफवाह फैला रहा युवक जोधपुर में मिल गया है। सूत्रों के मुताबिक युवक लोकेश जोशी को उसके पिता ओमप्रकाश जोशी आदि के सुपुर्द कर दिया गया है। युवक जोधपुर के बनाड़ में मिला बताते हैं।
ये थी कहानी : बताया जा रहा है कि युवक लोकेश सुबह कॉलेज में एडमिशन का कहकर घर से निकला। एक बजे पिता ने फोन किए तो फोन नहीं उठाया। कुछ समय बाद फोन आया, बोला कि दोस्त छोड़ेंगे। इसके बाद तीन बजे पिता को फिर से फोन किया, कहा कि 4-5 लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है। पिता ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस देर रात तक भागती रही।
पुलिस के अनुसार जब सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो पता चला कि लोकेश खुद ही बस में बैठकर जोधपुर गया है। इसके बाद जोधपुर में भी उसे देखा गया। थानाधिकारी अमित स्वामी ने बताया कि पुलिस ने एक बार उसे पकड़ा, लेकिन वह चकमा देकर निकल गया, फिर फोन बंद कर लिया।
जबकि सूत्रों के अनुसार आधी रात के बाद आर्मी के जवानों ने उसे पकड़कर बनाड़ थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया था। सुबह पुलिस का फोन आने पर ओमप्रकाश सहित अन्य लोग जोधपुर के लिए रवाना हुए। बताया जा रहा है कि अब लोकेश मिल गया है।
पूछताछ में पता चलेगा अपहरण की झूठी कहानी का पूरा सच: लोकेश ने अपहरण की झूठी बात कहकर न सिर्फ अपने पिता और परिवार को परेशान किया बल्कि पुलिस को भी भगाया। इतना बड़ा झूठ फैलाने की क्या जरूरत पड़ी ? यह अभी रहस्य है। पुलिस के अनुसार पूछताछ करने पर ही अपहरण की झूठी कहानी का पूरा सच सामने आएगा। पुलिस के अनुसार जोधपुर में उतरकर लोकेश ने जयपुर की बस के लिए पूछताछ की थी। आख़िर युवक बीकानेर से जोधपुर होते हुए जयपुर क्यों जाना चाह रहा था। जबकि एक रूट में नहीं पड़ते। क्या लोकेश कोई बड़ी योजना बना चुका था? या वह किसी बड़ी मुसीबत में फंस गया है। पुलिस को चाहिए कि वह मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करे।
