Search
Close this search box.

राजस्थान का बीकाणा हुआ 538 साल का, पिता ने दिया ताना, बेटे ने बसा लिया नया शहर, जानें अनोखी कहानी

Facebook
Twitter
WhatsApp
Telegram

राजकीय डूंगर महाविद्यालय के इतिहास विभाग की प्रोफेसर डॉ. अनिला पुरोहित ने बताया कि बीकानेर की स्थापना 1488 में राव बीका ने की थी. जो जोधपुर के महाराजा राव जोधा के पुत्र थे. बताते है कि इस शहर के बसने के पीछे एक कहानी है कि जब जोधपुर में दरबार चल रहा था. तब राव बीका जी अपने मामा से बात कर रहे थे. 

राजस्थान का धोरों वाला बीकानेर शहर अब 538 साल का हो गया है. इस शहर की आज स्थापना दिवस है और आज ही के दिन 538 साल पहले एक पिता ने अपने पुत्र को ताने मारने के बाद एक पुत्र ने पूरा नया शहर ही बसा दिया. आज इस शहर के धोरे को देखने के लिए देश और विदेश से बड़ी संख्या में लोग आते है. यह मारवाड़ का ऐसा इलाका है जहां से निकलकर लोग आज पूरी दुनिया में सबसे अमीर व्यक्तियों में नाम आता है. बीकानेर का खान पान पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. इस शहर की सबसे बड़ी खासियत अपनायत के लिए प्रसिद्ध है. इस शहर की सबसे बड़ी खासियत है कि यह शहर अपनी परम्परा ओर सौहार्द के लिए पुरी दुनिया भर में जाना जाता है. ऐसे में अपनी गंगा-जमुना संस्कृति को दर्शाती इस शहर की आबों हवा भी ऐसी है जहां एक बार कोई आता है तो यहीं का होकर रह जाता है.

राजकीय डूंगर महाविद्यालय के इतिहास विभाग की प्रोफेसर डॉ. अनिला पुरोहित ने बताया कि बीकानेर की स्थापना 1488 में राव बीका ने की थी. जो जोधपुर के महाराजा राव जोधा के पुत्र थे. बताते है कि इस शहर के बसने के पीछे एक कहानी है कि जब जोधपुर में दरबार चल रहा था.  राव बीका जी अपने मामा से बात कर रहे थे. राव जोधा जी ने कहा कि मामा और भांजा कोई नए राज्य की स्थापना कर रहे हो क्या. इसके बाद राव बीका ने अपने पिता की इस बात को ताने के रूप में लेकर एक नए राज्य की स्थापना करने के लिए निकल पड़े. राव बीका ने कुछ सैनिकों के साथ और कुछ सामान के साथ बीकानेर शहर की स्थापना की.

बीकानेर शहर हुआ 538 साल
वे बताते है कि यहां के धोरे पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. इस शहर को हजार हवेलियों का शहर कहा जाता है. यहां कि उस्ता आर्ट, माथेरन कला काफी प्रसिद्ध है. कई देशी और विदेशी लोग यह कला सीखने के लिए यहां आते है. बीकानेर का भुजिया और रसगुल्ला की डिमांड पूरी दुनिया में है. जमीन का जेवर कहा जाने वाला जूनागढ़ का किला और भंडाशाह जैन मंदिर देखने के लिए विदेशी भी आते है. बीकानेर का तीज त्योहारों को देखने के लिए कई लोग आते है.

Leave a Comment

Daily News Rajasthan हिंदी के साथ रहें अपडेट

सब्स्क्राइब कीजिए हमारा डेली न्यूजलेटर और पाइए खबरें आपके इनबॉक्स में

और खबरें

नशे की लत हुई इस कदर हावी, कि अपनी ही माँ को चाकू दिखाकर लुटे 15 लाख के गहने

बीकानेर। ज़िले में नशे की गिरफ्त में आकर बर्बादी की राह पर चल पड़े एक युवक ने सभी मानवीय रिश्तों की सीमाएं तोड़ते हुए अपनी

राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर, अब बाद में नहीं पहले करना होगा भुगतान

राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर, अब नई व्यवस्था से देना होगा बिल राजस्थान के विद्युत उपभोक्ताओं (कृषि को छोड़कर) को बिजली उपभोग

सुबह देश राज्यों से बड़ी खबरें मंगलवार – 29- अप्रैल – 2025

पंद्रह सौ पैंतालवे, सुद बैशाख सुमेरथावर बीज थरपियो, बिका बीकानेर 🏰 🚩 आपणे बीकानेर रे ५३८वे थरपना दिवस री मोकळी मोकळी बधाई हुवे सा 🙏🏻