DNR News,बीकानेर में एनएचएम के अंतर्गत नियमो को ताक में रखकर नर्सेज भर्ती का मामला सामने आया है। मामले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग भी कठघरे में है। यूटीबी नर्सेज ने इस संबंध में सीएमएचओ डॉ पुखराज साध को ज्ञापन दिया है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अंदर नारेबाजी भी की गई। बाद में यूटीबी नर्सेज कलेक्टर से भी मिले, ज्ञापन दिया। नर्सेज के अनुसार कलेक्टर ने भर्ती से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए मामले को संज्ञान में लेने की बात कही।
क्या है पुरा मामला दरअसल, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की निदेशक डॉ भारती दीक्षित ने राजस्थान में में 2855 मानव संसाधन की भर्ती के आदेश दिए। इसमें से बीकानेर को 5 फीमेल हेल्थ वर्कर, 87 नर्स, 7 एलोपैथी मेडिकल ऑफिसर, 15 मेडिकल लैब टेक्नीशियन, 7 फार्मा असिस्टेंट व 1ओप्टोमेट्रिस्ट केयर असिस्टेंट मिलाकर कुल 122 मानव संसाधनों की भर्ती का आदेश दिया गया। यह पूरी प्रक्रिया नियमों के तहत करने के निर्देश भी दिए गए।
आरोप क्या है : यूटीबी नर्सेज का आरोप है कि इस भर्ती में काफी बड़ा लेन-देन हुआ है। आरोप है कि भर्ती में 50 हजार से एक लाख रुपए प्रति व्यक्ति तक दिए गए हैं। इन आरोपों के पीछे कई तर्क भी दिए गए हैं।हालांकि भ्रष्टाचार का यह दावा कितना सही और कितना ग़लत है यह निष्पक्ष विभागीय जांच से ही सामने आ सकता है।
-भनक भी नहीं लगी, रातोंरात कर दी भर्ती:- आरोप है कि 87 नर्सेज की भर्ती की सुगंध भी नहीं लगने दी गई, रातोंरात यह भर्ती कर दी गई। आदेशानुसार यह भर्ती जिला स्वास्थ्य समिति की देखरेख में की जानी थी। नियमानुसार इसके लिए सबसे पहले संवेदक हेतु टेंडर निकाला जाता है। टेंडर प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद समिति की देखरेख में भर्ती प्रक्रिया अपनाई जाती है। भर्ती प्रक्रिया हेतु विज्ञप्ति जारी करनी होती है। जिसके बाद आवेदन स्वीकार हेतु हैं। इसके बाद चयन करके भर्ती की जाती है। यह प्रक्रिया जिला स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष द्वारा अनुमोदित करवाए जाने का आदेश भी था। हालांकि अनुमोदन करवाया गया या नहीं, यह स्पष्ट नहीं। इस मामले में सीएमएचओ निशाने पर हैं।
दरअसल, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने 21 अप्रेल 2025 को ही प्रदेशभर में भर्ती का आदेश जारी किया था। कमाल की बात यह है कि 21 अप्रेल को यह आदेश आया और 26 अप्रेल को 87 नर्सेज भर्ती करके सूची ही जारी कर दी गई। कमाल पर भी कमाल यह है कि जिस दिन भर्ती की सूची जारी की गई, उस दिन शनिवार यानी छुट्टी का दिन था। आख़िर 5 दिनों में टेंडर भी कर दिया और भर्ती भी कर दी, इतनी जल्दबाजी किस वजह से की गई।
फिलहाल मामले की शिकायतें की जा रही है। यूटीबी नर्सेज ने इस संबंध में ऊपर तक शिकायतें करने का मन बनाया है। सवाल यह है कि क्या कलेक्टर व चिकित्सा विभाग इस मामले की निष्पक्ष जांच करवाएंगे। जिस तरह से तेजी दिखाई गई है, इसके पीछे कुछ तो राज़ है। अब देखना यह है कि यह मामला यहीं दब जाता है या इसकी परतें खुलती है।
