बीकानेर। 14 जनवरी की शाम नोखा में हुई नौ लाख रुपए की लूट की गुत्थी नोखा पुलिस ने सुलझा ली है। वारदात को अंजाम देने वाले तीनों लुटेरों सहित 8 लाख 35 हजार रुपए भी बरामद कर लिए हैं। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान वार्ड नंबर 1 राणाराव तालाब के पास नोखा निवासी 22 वर्षीय सुनील पुत्र पूनमचंद नायक, वार्ड नंबर 1 रामाराव तालाब के पास नोखा निवासी 25 वर्षीय राकेश राव पुत्र किशनाराम भाट व रामाराव तालाब के पास नोखा निवासी 28 वर्षीय कानाराम पुत्र कुंभाराम जाट के रूप में हुई है।
दोस्त ने दिया दोस्त को धोखा और पहुंचा जेल में:
विवेक नाथ जी की बगेची, नत्थूसर बास, नयाशहर थाना क्षेत्र, बीकानेर निवासी 45 वर्षीय मांगीलाल पुत्र गंगादास रामावत के पास उसके दुबई निवासी रिश्तेदार अरुण स्वामी का फोन आया। कहा कि नोखा निवासी कानाराम जाट से नौ लाख रुपए लाकर उसकी माता को देने हैं। इस पर मांगीलाल बस में बैठकर नोखा निवासी कानाराम के पास गया। कानाराम ने उसे रूपए दिए तथा पुनः बस स्टैंड छोड़ने के लिए आया। इस दौरान मांगीलाल के पास फिर से अरुण का फोन आया, कहा कि रूपए गिनकर लेने है। इस पर मांगीलाल पुनः कानाराम के साथ उसके घर गया। पैसों की गिनती की गई। फिर पुनः कानाराम के साथ बस स्टैंड की ओर रवाना हुआ। रास्ते में अचानक एक मोटरसाइकिल ने पीछे से कानाराम की मोटरसाइकिल को टक्कर मारी। मोटरसाइकिल पर दो जने सवार थे। कानाराम ने बाइक रोकी और नीचे गिरा दी। मौटरसाईकिल सवार दो युवक मांगीलाल से रूपयों से भरा बैग लूटकर चले गए। अब तक मांगीलाल यही समझ रहा था कि कानाराम को गिराया गया है।
मांगीलाल ने नोखा पुलिस थाने में रिपोर्ट दी। थानाधिकारी अमित कुमार स्वामी ने जांच शुरू की। अमित कुमार मय टीम ने बस स्टैंड से घटना स्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज चैक किए। कानाराम से भी पूछताछ की गई। कानाराम की गतिविधियां व हाव-भाव संदिग्ध लगने पर उससे कड़ी पूछताछ की गई। कानाराम ने लूट की वारदात में शामिल होना बताया।
अमित कुमार के अनुसार आरोपी कानाराम जाट दुबई निवासी अरुण स्वामी का दोस्त है। वह कुछ समय पहले 4 माह दुबई में अरुण के पास काम पर भी रहा। अभी 2-3 माह से नोखा ही है। अरुण ने कानाराम व कानाराम की बहन के अकाउंट में नौ लाख रुपए डलवाए। यह पैसे अरुण की माता को देने थे।
कानाराम ने जब एकसाथ इतने पैसे देखे तो उसके मन में लालच आ गया। उसने लूट की योजना बनाई। षड्यंत्र में अपने ही मोहल्ले के सुनील व राकेश को शामिल कर लिया। जबकि मिस्टरमाइंड कानाराम ही था।
कानाराम ने बताया टारगेट, लोकेशन ने पकड़वायाः– कानाराम ने कहा कि सुनील व राकेश लूट की वारदात करके प्रयागराज व हिमाचल प्रदेश की ओर घूमने गए हैं। आरोपियों की लोकेशन निकलवाई तो श्रीडूंगरगढ़ में होने की पुष्टि हुई। इस पर एसपी कावेंद्र सिंह सागर को वस्तुस्थिति बताई गई। एसपी ने डीएसटी प्रभारी सत्यनारायण गोदारा, जसरासर थानाधिकारी संदीप कुमार व श्रीडूंगरगढ़ थानाधिकारी को आरोपियों की तलाश करने हेतु निर्देश दिए। टीम ने श्रीडूंगरगढ़ के रास्ते प्रयागराज जा रही बस में बैठे सुनील व राकेश को बस रुकवाकर पकड़ लिया। नोखा पुलिस ने पूछताछ कर आरोपियों से 8 लाख 35 हजार रुपए भी बरामद कर लिए।
आरोपियों को पकड़ने में रही इनकी भूमिकाः आईजी ओमप्रकाश पासवान व एसपी कावेंद्र सिंह सागर के निर्देशन, एएसपी ग्रामीण कैलाश सिंह सांदु, सीओ नोखा हिमांशु शर्मा के सुपरविजन में अमित कुमार मय टीम, जसरासर थानाधिकारी संदीप कुमार मय टीम, डीएसटी प्रभारी सत्यनारायण गोदारा मय टीम व श्रीडूंगरगढ़ एएसआई रविन्द्र सिंह मय टीम शामिल थी।
अमित कुमार की टीम में हैड कांस्टेबल रामेश्वर लाल, कांस्टेबल गणेश गुर्जर बलवीर, मनीराम, हीरालाल, रामदास, जयप्रकाश, संदीप कुमार की टीम में कांस्टेबल बलवान व कैलाश शामिल थे।
