सर्द रातों में जिप्सम माफिया सक्रिय हैं और बेखौफ होकर अपने काम को अंजाम दे रहे हैं। दंतौर में सरकारी स्कूल के आगे जेसीबी चलाने के बाद अब रणजीतपुरा के चक 12 एमजीएम में आगोर की जमीन और रास्ते को ही खोदा डाला। पटवारी ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया है। दूसरी ओर खान महकमे के लोग और पुलिस मामले में दबाने में जुटी रही।
बीकानेर में इन दिनों तेज सर्दी और कोहरे का कहर है। ग्रामीण इलाकों में तो रात के समय पारा माइनस डिग्री पहुंच रहा है। लोग पूरी तरह घरों में दुबके रहते हैं। ऐसे में जिप्सम माफिया के लोग सक्रिय हैं और चांदी कूट रहे हैं। खाजूवाला, दंतौर और बज्जू में जिप्सम वाले इलाके उनके टारगेट पर हैं। पिछले दिनों दंतौर के महात्मा गांधी सरकारी स्कूल के आगे पार्किंग क्षेत्र में रात को जिप्सम का जमकर अवैध खनन किया गया। जेसीबी चलाई गई और जिप्सम निकालने के बाद मिट्टी डालकर गड्ढों को भर दिया गया।
सरपंच प्रतिनिधि रजाक खां की ओर से दंतोर पुलिस थाने में अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। अब माफियाओं ने रणजीतपुरा के 12 एमजीएम में आगोर और रास्ते की जमीन को खोद डाला। मगनवाला हलका पटवारी जगदीश सुथार ने 31 दिसंबर, 24 और एक जनवरी, 25 को मौका निरीक्षण किया तो जिप्सम का अवैध खनन और गाड़ी-मशीनों के निशान मिले। मुरबा नंबर 61/57 में 16525 वर्ग फिट में 4 फिट की गहराई तक जिप्सम का अवैध खनन किया गया।
मुरबा नंबर 81/1,2,3,4 में गैर मुमकिन रास्ते से भी जिप्सम खोद डाला। मुरबा नंबर 61/57 आगोर की भूमि दर्ज है जिसमें पुराना कब्रिस्तान भी है। पटवारी की ओर से रणजीतपुरा पुलिस थाने में जिप्सम के अवैध खनन का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
लीज की आड़ में अवैध खनन
अवैध खनन क्षेत्र के पास आरएसएमएम की जिप्सम की लीज है। पटवारी की ओर से पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि आरएसएमएम व उसके अधीन संस्था एम/एस तेतरवाल श्रमिक ठेका सहकारी समिति लि. व कांट्रेक्टर वंडर सीमेंट ने लीज क्षेत्र से हटकर बिना किसी सक्षम अनुमति के जिप्सम का अवैध खनन किया है।
खान महकमा-पुलिस बेखबर
जिप्सम माफिया जमकर अवैध खनन करने में जुटा है और खान महकमे के अधिकारी और पुलिस बेखबर हैं। दंतौर में जिप्सम का अवैध खनन हुआ तो ग्रामीणों में विरोध जताया और मुकदमा दर्ज कराया गया। रणजीतपुरा में जमकर जिप्सम खोदा गया, लेकिन खान महकमा और पुलिस बेखबर रहे। पटवारी की ओर से मुकदमा दर्ज कराए जाने के बावजूद रणजीतपुरा थाने की पुलिस मामले को दबाने में जुटी रही।
