महिला कॉन्स्टेबल ने DSP के गनमैन से दोस्ती के बाद दूरियां बढ़ाई तो गनमैन बर्दाश्त नहीं कर सका। गनमैन ने महिला कॉन्स्टेबल के रूम पर जाकर उसके सीने में सर्विस रिवॉल्वर से गोली मार दी। इसके बाद खुद को गर्दन पर गोली मार ली। दोनों के बीच कुछ दिन पहले भी विवाद हुआ था। घायलों की हालत स्थिर है और उदयपुर के गीतांजलि हॉस्पिटल में एडमिट हैं।
मामला चित्तौड़गढ़ के बेगूं का सोमवार शाम 6.30 बजे का है। थाने से 100 मीटर दूर महिला कॉन्स्टेबल पूनम मीणा को उसी के बैच (2023) के कॉन्स्टेबल सियाराम बैरवा ने गोली मार दी। जहां पूनम को गोली मारी गई उसी घर में थाने की एक और महिला कॉन्स्टेबल दिव्या भी रहती है। फायरिंग की आवाज सुनकर वो मौके पर पहुंची तो दोनों को लहूलुहान देखकर वो बेहोश हो गई।
दोनों किराए के घर में आसपास ही रहते थे
जानकारी के अनुसार- डीएसपी अंजलि सिंह का गनमैन सियाराम बैरवा (26) और महिला कॉन्स्टेबल पूनम (24) में दोस्ती थी। दोनों थाने के पास वार्ड 1 में अलग-अलग किराए पर रहते हैं। कुछ दिन से पूनम ने सियाराम से बातचीत बंद कर दी थी। करीब एक महीने पहले भी दोनों के बीच झगड़ा हुआ था। जानकारी के अनुसार सियाराम आम तौर पर ड्यूटी के बाद गन थाने में जमा कराकर घर जाता था।
लेकिन सोमवार को रोल-कॉल (ड्यूटी खत्म) के बाद रिवॉल्वर वह साथ ले गया था। माना जा रहा है कि उसने पहले ही घटना को अंजाम देने का इरादा बना लिया था। सियाराम ने पूनम से पूछा कि वह उससे बात क्यों नहीं कर रही है। पूनम ने कोई भी जवाब देने से इनकार कर दिया। इससे नाराज सियाराम ने अचानक रिवॉल्वर से उसके सीने पर बायीं तरफ गोली मार दी। गोली सीने के आर-पार निकल गई। इसके बाद सियाराम ने अपनी गर्दन पर रिवॉल्वर रख ट्रिगर दबा दिया। गोली जबड़े में लगी।
एक ही बैच के हैं, अविवाहित हैं
दोनों को गंभीर हालत में पहले बेगूं अस्पताल ले जाया गया। वहां से चित्तौड़गढ़ और फिर उदयपुर के गीतांजलि हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। मंगलवार सुबह दोनों की हालत स्थिर बताई गई है। वहीं, पुलिस ने घटना स्थल वाले मकान को सील कर दिया है और वहां सुरक्षा के लिए पुलिस जाब्ता तैनात किया गया है। जानकारी के अनुसार पूनमा दौसा जिले की है। वहीं, सियाराम बूंदी जिले का रहने वाला है। दोनों 2023 के बैच में साथ थे और अविवाहित हैं।
वहीं, पूनम मीणा के मकान मालिक बालूराम धाकड़ ने बताया कि बेगूं के वार्ड नंबर 1 में बने मकान को किराए पर दे रखा है। तीन महीने पहले पूनम कॉन्स्टेबल ने कमरा किराए पर लिया था। हादसे के बाद रात करीब 8 बजे मुझे पुलिस से इस घटना की जानकारी मिली। महीने के आखिर में केवल किराया लेने के लिए जाता हूं। इसके अलावा मुझे हादसे और कॉन्स्टेबल के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।
