बीकानेर। बीकानेर में सोलर कंपनियों की ओर से लगातार खेजड़ी के पेड़ काटने और वापस नहीं लगाने से नाराज पर्यावरण प्रेमियों का आंदोलन इन दिनों चल रहा है। इस बीच आंदोलनकारियों से मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने नागौर के खींवसर में मुलाकात की। चुनावी रैली में पहुंचे मुख्यमंत्री ने संदेश देकर इन प्रतिनिधि मंडल को बुलाया था।
खेजड़ी की कटाई पर रोक लगाने की मांग
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा मुकाम के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्वामी रामानन्द आचार्य, मुकाम पीठाधीश्वर स्वामी भागीरथदास, शिक्षा शास्त्री स्वामी कृपाचार्य महाराज के सानिध्य में नागौर पहुंचे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात कर हरे वृक्षों की कटाई पर रोक लगाने एवं इसके लिए सख्त कानून बनाए जाने की मांग का पत्र सौंपा।
अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेन्द्र बूडिया, अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शिवराज जाखड़ सहित रामगोपाल माल, सुभाष बिश्नोई, रामकिशन जाट, बनवारी लाल डेलू, मोखराम धारणीया, जगदीश शर्मा, नरसिंह भाटी, जेठाराम लाखूसर शामिल थे। मुख्यमंत्री को वर्तमान हालात से अवगत कराते हुए बताया कि सोलर कंपनियां हजारों खेजड़ी सहित खेतों में खड़े हरे वृक्षों पर निर्ममता पूर्वक प्रहार कर रही है। इससे क्षेत्र का वन्य जीवन प्रभावित होने लगा है। इसके लिए पूर्व में बनाए गए कानून में संसोधन की आवश्यकता है।
पूर्व में बने नियम कायदों का वर्तमान समय में औचित्यहीन हो गए हैं। वनों के लिए, पर्यावरण के लिए नुकसानदायक साबित हो रहा है। अतः राजस्थान में नया ट्री एक्ट बनाया जाए। वन्य जीवों की हत्या रोकने के लिए कानून बनाया जाए। काश्तकार अधिनियम में संशोधन करने और वन्य जीव अधिनियम को संशोधित करने की मांग भी की गई है। संगठन से जुड़े शिवराज बिश्नोई ने बताया कि वार्ता में राज्य सरकार के मंत्री के. के. बिश्नोई और पूर्व विधायक बिहारीलाल बिश्नोई ने भी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया।
