RPSC की सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा में 2 अभ्यर्थियों के लिए डमी कैंडिडेट की व्यवस्था करने वाले ग्राम विकास अधिकारी (VDO) को SOG ने गिरफ्तार किया है। VDO ने डमी कैंडिडेट के बदले दोनों कैंडिडेट्स से 35 लाख रुपए लिए थे।
SOG दोनों मूल अभ्यर्थियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। बुधवार को VDO को भी गिरफ्तार कर लिया। एसओजी ने VDO को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे 17 सितंबर तक रिमांड पर भेज दिया है। दर्शन मीणा वर्ष 2018 से पाली जिले की मांडा ग्राम पंचायत में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात था।
विज्ञान और सामान्य ज्ञान की परीक्षा में बैठाए डमी अभ्यर्थी
एडीजी एसओजी वीके सिंह ने बताया- अनिल मीणा (36) पुत्र रामराज मीणा निवासी ग्राम काचरोदा, तहसील सपोटरा, जिला करौली और सूरत राम (40) पुत्र स्व. राम लाल मीणा निवासी ग्राम बरनाला, तहसील बामनवास, जिला गंगापुर सिटी) ने RPSC की ग्रेड सेकेंड सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा-2022 में आवेदन भरा था। इनका 24 दिसंबर 2022 को विज्ञान और 29 जनवरी 2023 को सामान्य ज्ञान और शैक्षिक मनोविज्ञान का पेपर था।
इन दोनों अभ्यर्थियों ने दोनों परीक्षा में अपनी जगह पर डमी कैंडिडेट बैठाए थे। डमी कैंडिडेट के लिए इन अभ्यर्थियों ने ग्राम विकास अधिकारी दर्शन मीणा पुत्र रामप्रयाग मीणा निवासी गांव अस्थल, जिला करौली से संपर्क किया था। दर्शन ने डमी अभ्यर्थी दिलाने की एवज में अनिल मीणा से 20 लाख और सूरत राम से 15 लाख रुपए लिए थे।
दोनों अभ्यर्थी हो गए थे पास
वीके सिंह ने बताया- अनिल मीणा और सूरत राम ने डमी अभ्यर्थी से परीक्षा दिलवाकर और धोखाधड़ी से सीनियर टीचर (विज्ञान विषय) के पद पर सिलेक्ट हो गए थे। एसओजी ने जांच कर अनिल मीणा को 4 सितंबर 2024 और सूरत मीणा को 5 सितंबर 2024 को गिरफ्तार कर लिया था। इनसे पूछताछ के बाद अब VDO दर्शन मीणा को गिरफ्तार किया गया है।
