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जयपुर: राजस्थान के 17 नए जिलों के भविष्य का फैसला सब कमेटी करेगी, इन बिंदुओं पर करेगा मंथन

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जयपुर: राजस्थान में पिछली गहलोत सरकार के दौरान बनाए गए 17 नए ज़िलों के भविष्य का फ़ैसला अब कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में होगा. पूर्व आईएएस ललित ललित के पंवार की अध्यक्षता वाली उच्चस्तरीय एक्सपर्ट कमेटी ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है अब इसी रिपोर्ट पर मंथन के लिए कल सब कमेटी की बैठक बुलायी गई है.

सब कमेटी की बैठक कल:

डिप्टी CM डॉक्टर प्रेम चंद बैरवा की अध्यक्षता में बनायी गई कमेटी ज़िलों के भविष्य का फ़ैसला करेगी. नए ज़िलों में कितने ज़िले यथावत रहेंगे कितने ज़िलों का सीमांकन बदलेगा या कुछ ज़िलों को मर्ज़ करने की कवायद भी होगी ये सारी चर्चा कल की बैठक में होगी. बैठक की रिपोर्ट मुख्यमंत्री को सौंपी जाएगी इसी रिपोर्ट के आधार पर CM नए ज़िलों पर फ़ैसला करेंगे. सब कमेटी की बैठक में उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ PHED मंत्री कन्हैयालाल चौधरी राजस्व मंत्री हेमंत मीणा भी शामिल होंगे.

अन्य राज्यों में जिलों के गठन का अध्ययन कराया:

कैबिनेट सब कमेटी ने नए ज़िलों में मंथन के लिए कई अन्य राज्यों में ज़िलों के गठन का भी अध्ययन करवाया है. दक्षिण भारत के तमिलनाडु के अलावा UP, MP और गुजरात में आबादी के लिहाज़ से ज़िलों के गठन का पैरामीटर और संसाधनों और संचार के साधनों के साथ साथ सांस्कृतिक और क्षेत्रीय पहलुओं पर चर्चा की गई है.

कमेटी की रिपोर्ट चुनाव के लिहाज से महत्वपूर्ण:

माना जा रहा है कि दूदू मालपुरा जैसे ज़िलों के सीमांकन में बदलाव करने की कवायद की जा सकती है. इसके अलावा जयपुर और जोधपुर के दो हिस्सों की बजाय एक करने का भी कमेटी का सुझाव दे सकती है. कमेटी की रिपोर्ट आने वाले समय में उपचुनाव निकाय और पंचायत चुनाव में राजनीतिक लाभ लेने के लिहाज़ से भी महत्वपूर्ण होगी.

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