बीकानेर। पिछले कुछ दिनों से बीकानेर की चर्चा बने तथाकथित बीकानेर की शेरनी मामले में पुलिस ने लापता मोनिका राजपुरोहित को दस्तयाब कर लिया है। एसपी तेजस्वनी गौतम के अनुसार मोनिका को उसकी मां की निशानदेही पर ही दस्तयाब किया गया है। वह जोधपुर की डेचू रोड़ पर मिली। पुलिस मां बेटी को बीकानेर लेकर आ रही है। उन्हें विधि अनुसार पहले जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने लाया जाएगा।
ये था मामला: जयनारायण व्यास कॉलोनी थाना क्षेत्र निवासी मोनिका राजपुरोहित व उसकी बहन करिश्मा सोशल मीडिया पर वीडियो बनाती है। पुलिस के अनुसार कुछ दिनों पहले बीकानेरी शेरनी नाम से प्रचलित सोशल मीडिया पेज़ पर दोनों बहनों ने नशा करते हुए एक पोस्ट डाली। मामला एसपी तक पहुंचा तो संज्ञान लेते हुए दोनों बहनों के पास पुलिस पहुंची। घर की तलाशी में 200 ग्राम डोडा भी मिला। पुलिस ने डोडा जब्त करते हुए 20 अगस्त को दोनों बहनों को गिरफ्तार कर लिया। एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। नियमानुसार थाने पर ही दोनों को जमानत दे दी गई। दोनों बहनें घर चली गई।
पुलिस के अनुसार 21 अगस्त की रात मोनिका ने एक वीडियो बनाया। आरोप लगाया कि श्रीडूंगरगढ़ निवासी मोहित सोनी व बालोतरा निवासी एस एस टाइगर ने उन्हें फंसाने के लिए पुलिस से सांठ गांठ कर झूठा मामला बनाया है। जयनारायण व्यास कॉलोनी पुलिस पर डेढ़ लाख रुपए मांगने का भी आरोप लगाया। इसके बाद मोनिका की गायब होने की ख़बर आई। परिजनों ने 22 अगस्त को जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में मोनिका की गुमशुदगी दर्ज करवाई।
-कौन है मोहित व एस एस टाइगर: पुलिस के अनुसार कुछ माह पूर्व दोनों ने इन बहनों की सोशल मीडिया पोस्ट पर विवादित टिप्पणियां की थी। तब इन युवतियों ने दोनों के
खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया। मोहित की गिरफ्तारी पहले ही हो चुकी थी। वहीं एस एस टाइगर की गिरफ्तारी दो दिन पहले हो गई।
-पुलिस कार्रवाई के बाद से ही जारी आरोपों का दौर: बता दें कि मोनिका और उसकी बहन कुछ गिरफ्तारी की ख़बरें सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई। इसके बाद से ही आरोपों का दौर जारी है। पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए गए। मोहित व एसएस टाइगर पर मोनिका को गायब करने के आरोप लगाए। पुलिस ने आज मोहित से भी पूछताछ की थी।
एक दिन पहले मोनिका की गुमशुदगी को लेकर भी मां और बहन ने एसपी ऑफिस के आगे प्रदर्शन किया था। विभिन्न मीडिया में इंटरव्यू भी दिए गए। -गुमशुदगी का रहस्य: पुलिस का कहना है कि मोनिका की तलाश की गई लेकिन वह नहीं मिली। अब उसकी मां की निशानदेही पर ही मोनिका को दस्तयाब किया गया। ऐसे में सवाल यह है कि क्या गुमशुदगी का मामला एक नाटकीय घटनाक्रम था?
