केंद्र के बाद अब राजस्थान सरकार ने भी सरकारी कर्मचारियों के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की गतिविधियों में शामिल होने पर लगी रोक हटा दी है। सरकारी कर्मचारी और अफसर अब RSS की हर गतिविधि में शामिल हो सकेंगे। कार्मिक विभाग ने सरकारी कर्मचारियों के RSS की गतिविधियों में शामिल होने पर लगी 52 साल पुरानी रोक को हटाने का सर्कुलर जारी कर दिया है।
कार्मिक विभाग के सर्कुलर के अनुसार 1972 और 1981 के निर्देशों की समीक्षा करने के बाद RSS का उल्लेख हटाने का फैसला किया गया है। जिन संगठनों की गतिविधियों में शामिल होने से पहले रोक थी, उस सूची से RSS का नाम हटा लिया गया है।
इस रोक के हटने के बाद अब सरकारी कर्मचारी RSS की शाखाओं में जाने से लेकर उसके सहयोगी संगठनों की हर गतिविधि में शामिल हो सकेंगे। पहले RSS के कार्यक्रमों में जाने पर रोक थी। ऐसे में आधिकारिक रूप से छुट्टी लेकर नहीं जा सकते थे। अब सरकारी कर्मचारी RSS की गतिविधियों में शामिल होने के लिए छुट्टी लेकर भी जा सकते हैं।
केंद्र ने 1966 के फैसले को 58 साल बाद बदला 30 नवंबर 1966 को देश में सरकारी कर्मचारियों के RSS की गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार ने इंदिरा गांधी के शासन के दौरान लगाए गए प्रतिबंध को 9 जुलाई 2024 को एक आदेश के अनुसार हटा दिया।
चार बार बीजेपी की एक बार जनता पार्टी की सरकार बनीं, लेकिन रोक जारी रही
1972 में जब सरकारी कर्मचारियों के RSS में शामिल होने पर पाबंदी लगी, तब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और बरकतुल्लाह खान मुख्यमंत्री थे। इस पाबंदी को 53 साल हो गए, इस अवधि में राज्य में चार बार बीजेपी और एक बार जनता पार्टी की सरकार बनी, लेकिन सरकारी कर्मचारियों के RSS की गतिविधियों में शामिल होने पर लगी रोक नहीं हटी।
आपातकाल के बाद 1977 में हुए आम चुनावों में भैरोंसिंह शेखावत के नेतृत्व में पहली गैर कांग्रेसी सरकार बनी थीं। 1980 में वापस कांग्रेस सरकार बन गई, उस सरकार ने फिर से सर्कुलर जारी कर प्रतिबंध बरकरार रखा। भैरोंसिंह शेखावत के नेतृत्व में 1990 से 1992 और 1993 से 1998 तक बीजेपी की सरकार रहीं।
वसुंधरा राजे के नेतृत्व में 2003 से 2008, 2013 से 2018 तक बीजेपी की सरकार रहीं, लेकिन सरकारी कर्मचारियों के RSS की गतिविधियों में शामिल होने पर रोक का सर्कुलर बरकरार रहा।
रोक के बावजूद कर्मचारी-अफसर कार्यक्रमों में जाते रहे हैं
सरकारी कर्मचारियों के बीच RSS की शुरू से ही मजबूत पकड़ रही है। अब तक भले ही RSS के कार्यक्रमों में जाने पर और गतिविधियों में शामिल होने पर रोक थी, लेकिन यह कागजों तक ही सीमित थी। कांग्रेस राज के दौरान भी सरकारी कर्मचारी RSS के कार्यक्रमों में जाते थे। नियमित रूप से संघ की शाखाओं में भी जाते रहे हैं। संघ की शाखाओं में जाने के आधार पर किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।
