बीकानेर के युवाओं ने रचा इतिहास, बीकानेर में प्रथम बार हरिद्वार से मात्र 60 घंटे में महा डाक कावड़ यात्रा पहुंची,आज सावन के तीसरे सोमवार को हरिद्वार से श्रीरामसर तक महा डाक कावड़ यात्रा पहुंची,हरिद्वार से 2 अगस्त को कावड़िये महा डाक कावड़ लेकर रवाना हुए,जो कि आज 5 अगस्त को सुबह बीकानेर पहुंचे,बीकानेर में आगमन होने पर हल्दीराम प्याऊ से शहर के करीब 83 जगहों पर बीकानेर की जनता ने महा डाक कावड़ के साथ इन युवा कावडियो का भी पूरे जोश के साथ पुष्प वर्षा से स्वागत व अभिनंदन किया,जोश से भरे इन युवा कावडियो द्वारा महाडाक कावड़ को लेकर हल्दीराम प्याऊ से के ई एम रोड, कोट गेट, मोहता चौक, लक्ष्मी नाथ जी मंदिर, शिव पार्वती मंदिर, बाबा रामदेव मंदिर सुजानदेसर, करणी माता मंदिर श्री रामसर से नर्वदेश्वर महादेव मंदिर रामबाग पहुंचकर भगवान नर्मदेश्वर महादेव का गंगा जल से अभिषेक किया।
शाम के समय भगवान भोलेनाथ की महा आरती के बाद महाप्रसादी का भी आयोजन किया गया है,तथा माली सैनी सामूहिक विवाह संस्थान के द्वारा इन इतिहास रचने वाले युवाओं को सम्मानित किया जाएगा, जिसके मुख्य अतिथि सरजू दास जी महाराज महामंडलेश्वर है।
इस कावड़ यात्रा में
प्रणव गहलोत,अशोक पंवार,जॉनी गहलोत,भगत गहलोत,भवानी पंवार,सुनील पंवार,मनीष गहलोत,रजत सांखला,महावीर चौधरी,सेवाराम सोलंकी,गौतम सांखला,आनंद गहलोत,कैलाश सोनी,संतोष सोनी,अंशुल गहलोत,अर्जुन गहलोत,नवल स्वामी,पवन जी खडगावत,रजत गहलोत,अशोक गहलोत,नारायण गहलोत,सुरेश कछावा,अनिल सोलंकी,मंगल सोलंकी,विष्णु सोलंकी, शनि सोलंकी, मूलचंद गहलोत,अर्जुन गहलोत,श्रवण जी भाटी,गोपाल जी भाटी,रूप जी भाटी,राधे खडगावत,घनश्याम जी भाटी,गणेश जी तंवर,पवन जी रामावत,चंदन नाथ,करण सोलंकी,शिव जी सुथार आदि युवा कावड़ियो ने अपना अप्रतिम योगदान दिया।
