
बीकानेर,बीकानेर जो छोटी काशी के नाम से मशहूर है,यहां भक्तो की कोई कमी नही है,भक्त अपने आराध्य के लिए कठिन से कठिन परीक्षा देने से भी पीछे नही हटते,
ऐसे ही एक 60 भक्तो की टोली 31 जुलाई को श्री राम सर से हरिद्वार के लिए रवाना हुए,जो 2 अगस्त को सुबह 6:00 बजे नीलकंठ महादेव के दर्शन करके वहां से कावड़ लेकर वापस बीकानेर के लिए रवाना हुए,अब तक 520 किलोमीटर का सफर तय कर चुके हैं,जो कल सुबह 8:00 बजे बीकानेर पहुंच जाएंगे।

ज्ञात रहे डाक कावड़ लाना इतना आसान नही है,इसको एक बार लेकर चलने के बाद जब तक गंतव्य स्थान तक नही पहुंच जाते तब तक रुका नही जाता है,श्री रामसर के भक्तों द्वारा बिना रुके 520 की.मी की यात्रा पूरी कर कल बीकानेर प्रस्थान करेंगे,
श्री डूंगरगढ़ में जयपुर पब्लिक स्कूल के द्वारा सरदार शहर मार्ग पर कावड़ियो के स्वागत का प्रोग्राम रखा गया,कल सुबह यह कावड़िये बीकानेर पहुंचेंगे, जो जयपुर रोड से म्यूजियम,कचहरी परिसर, के. ई. एम रोड,कोटगेट,दाऊजी रोड, मोहता चौक, बड़ा बाजार, लक्ष्मीनाथ जी,माली समाज भवन, महावीर चौक, गंगाशहर, सुजानदेसर,श्रीरामसर द्वार से नर्बदेश्वर महादेव रामबाग श्री रामसर पर यात्रा का समापन होगा।जहां कावड़ियों का भक्तो के द्वारा जगह जगह सम्मान किया जाएगा,महा अभिषेक के बाद शाम के समय महाप्रसादी होगी और यह जितने भी कावड़ लेने के लिए कावड़िये गए हुए थे,माली सैनी सामूहिक विवाह संस्थान द्वारा उन्हें सम्मानित किया जाएगा।
कावड़ यात्रा में
प्रणव गहलोत,अशोक पंवार,जॉनी गहलोत,भगत गहलोत,भवानी पंवार,सुनील पंवार,मनीष गहलोत,रजत सांखला,महावीर चौधरी,सेवाराम सोलंकी,गौतम सांखला,आनंद गहलोत,कैलाश सोनी,संतोष सोनी,अंशुल गहलोत,अर्जुन गहलोत,नवल स्वामी,पवन जी खडगावत,रजत गहलोत,अशोक गहलोत,नारायण गहलोत,सुरेश कछावा,अनिल सोलंकी,मंगल सोलंकी,विष्णु सोलंकी, शनि सोलंकी, मूलचंद गहलोत,अर्जुन गहलोत,श्रवण जी भाटी,गोपाल जी भाटी,रूप जी भाटी,राधे खडगावत,घनश्याम जी भाटी,गणेश जी तंवर,पवन जी रामावत,चंदन नाथ,करण सोलंकी,शिव जी सुथार
