बीकानेर।
एक तरफ शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में नामांकन वृद्धि के लिए पिछले कई सालों से प्रवेशोत्सव मना रहा है। फिर भी कई स्कूलों में पहली कक्षा में ही प्रवेश संख्या शून्य रह रही है। शिक्षण सत्र 24-25 में जिले के ऐसे 392 स्कूल सामने आए हैं, जिनमें पहली कक्षा में एक भी विद्यार्थी का प्रवेश नहीं हुआ है। मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी महेंद्र कुमार शर्मा ने ऐसे स्कूलों के संस्था प्रधानों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तुरंत स्पष्टीकरण देने को कहा है। गौरतलब है कि इससे पूर्व भी सरकार राज्य में कम नामांकन की वजह से हजारों स्कूलों को अन्य स्कूलों में मर्ज कर चुकी है।
42 स्कूल शहरी क्षेत्र में
शून्य नामांकन वाले स्कूलों में बीकानेर ब्लाक के 69 स्कूलों में शहरी क्षेत्र के 42 स्कूलों के नाम भी शामिल हैं, जिनमें पहली कक्षा में शिक्षण सत्र 24-25 में एक भी विद्यार्थी का नामांकन नहीं हुआ है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र के 27 सरकारी स्कूलों की स्थिति भी ऐसी ही रही है। यह स्थिति तब है, जब दो चरणों में मनाए जाने वाले प्रवेशोत्सव का पहला चरण समाप्त हो चुका। बीकानेर शहर के 8 उच्च प्राथमिक स्कूलों में भी चालू शिक्षा सत्र में अभी तक पहली कक्षा में एक भी छात्र ने प्रवेश नहीं लिया है। शहरी क्षेत्र के 11 प्राथमिक स्कूलों की पहली कक्षा भी खाली रही।
चार महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों के भी यही हाल
जिले के चार महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में भी पहली कक्षा में शून्य नामांकन रहा है। इनमें महात्मा गांधी अंग्रेजी विद्यालय नुरसर, गीगासर, जसनाथ पुरा कतरियासर, बंधड़ा का महात्मा गांधी स्कूल शामिल है।
यह कारण आ रहे सामने
सरकारी स्कूलों में कक्षा एक में प्रवेश के लिए आयु सीमा छह वर्ष तय होना। कक्षा कक्षों और शिक्षकों की कमी।
