भारत-पाक सीमा पर स्थित खाजूवाला के सोशल मीडिया ग्रुप्स पर हथियारों के फोटो और मोबाइल नंबर के साथ विज्ञापन किया जा रहा है। अब पुलिस ने इस संबंध में छानबीन शुरू कर दी है। दरअसल, खाजूवाला बॉर्डर क्षेत्र के एक 17 केवाईडी गांव के वॉट्सऐप ग्रुप में दो अलग-अलग मोबाइल नंबरों से हथियारों की फोटो डाली गई। जिसमें वॉट्सऐप पर लिखा कि अगर किसी भाई को पिस्टल, सिक्सर, रिवाल्वर, माउजर, देशी कट्टा, राइफल चाहिए हो तो वह संबंधित नंबर पर सिर्फ वॉट्सऐप मैसेज कर सकते हैं।
इस संबंध में खाजूवाला सर्किल ऑफिसर विनोद कुमार का कहना कि खाजूवाला पुलिस के संज्ञान में ऐसा मामला आया है। पड़ताल की जा रही हैं। यह नंबर वॉट्सऐप ग्रुप में कैसे जुड़े और कहां के नंबर हैं, इसकी पड़ताल कर रहे हैं। इसके साथ ही हमनें उच्चाधिकारियों को भी अवगत करवाया है।

पूरे भारत में कहीं भी सप्लाई का दावा
इन वॉट्सऐप मैसेज में दावा किया गया है कि हथियार पूरे देश में कहीं भी सप्लाई किए जा सकते हैं। इतना ही नहीं फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर हथियार तस्कर हथियार बेचने की कोशिश कर रहे हैं। हथियार तस्करों के गिरोह ने अलग-अलग सोशल मीडिया पर अकाउंट बना रखे हैं तथा तस्करों ने हथियार ऑर्डर करने के लिए सोशल मीडिया अकाउंट पर नंबर तक दे रखे हैं।
दूसरी तरफ महंगे और हाईटेक हथियारों की तस्वीरें अपलोड किए गए हैं और खरीदारों के लिए यहां एक नंबर दिया हुआ है। इस पर केवल सोशल मीडिया मैसेज ऐप के माध्यम से ही बात की जा सकती है। हथियार पसंद आने पर उसकी कीमत ऑनलाइन पेमेंट करने के बाद उसे खरीदारों को डिलीवर किया जाता है। ये तस्कर अपने ग्राहकों से कट टू कट बात करना चाहते हैं और ज्यादा बात करने पर उन्हें शक हो जाता है और वह धमकी देने लगते हैं।
