DNR News, बीकानेर। नयाशहर थाना क्षेत्र के विश्नोई बास स्थित रामनिवास विश्नोई के यहां पुलिस ने दबिश दी। रामनिवास के घर से पुलिस को डोडा व अफीम सहित नकद राशि मिली। सोमवार सुबह करीब 11:30 बजे पहुंची पुलिस शाम करीब 5 बजे तक मौके पर ही थी। इस दौरान माहौल बिगड़ने की आशंका के बाद पुलिस ने कमांडो मय जाब्ता भी बुलाया। मौके पर उच्चाधिकारी भी पहुंचे बताते हैं।
पुलिस के अनुसार रामनिवास के घर 200 किलो डोडा, 193 ग्राम अफीम व 75 हजार रुपए की नकदी मिली। पुलिस ने रामनिवास को गिरफ्तार कर लिया। वहीं रामनिवास व इसी मोहल्ले के रामकुमार विश्नोई के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार रामनिवास यह माल रामकुमार से खरीदता है।
-मगर मोहल्ले से उठी ये चर्चा: मोहल्ले से चर्चा ये उठी है कि रामनिवास के घर पर बड़ा माल पड़ा था। एक दिन पहले ही एक गाड़ी माल आया था। इसके अतिरिक्त दो दिन पहले बड़ी मात्रा में अफीम भी आई बताते हैं। घर पर 20-25 लाख की नकदी भी मिल जाया करती है। सूत्रों से यह भी पता चला है कि रामनिवास दो साल से यह काम कर रहा है।
यह मोहल्ला है नशा तस्करी के लिए कुख्यात: पुलिस ने जिस मोहल्ले में आज रेड की, वह मोहल्ला वर्षों से मादक पदार्थों की तस्करी के लिए कुख्यात है। यहां ऐसे अनगिन घर है जहां से अफीम, डोडा, स्मैक, एमडी, नशे की गोलियां व गांजा आदि मादक पदार्थों की होलसेल व रिटेल बिक्री होती है। शहर के कच्चे बच्चे को इस काले सच की जानकारी है। पुलिस अगर तबीयत से एक्शन ले तो इस एक मोहल्ले से ही पुलिस के साल भर के टारगेट पूरे हो जाए। हालांकि भाटों का बास भी इसी काम के लिए कुख्यात है। लेकिन सवाल यह है कि वर्षों से कुख्यात इन मोहल्लों के अंदर पुलिस का महा-ऑपरेशन क्यूं नहीं चल पाया?
-इसलिए जरूरी है महा-अभियान:- नशे के खिलाफ बीकानेर पुलिस को महा-अभियान चलाने की जरूरत है। महज कुछ कार्रवाई करके इतिश्री करने की वजह से ही बीकानेर की रगों में नशे का जहर फैलता जा रहा है। आज हालात यह हो चुके हैं कि हर माता पिता के दिल में यह डर भर गया है कि कहीं उनका बच्चा नशा तो नहीं कर रहा। हालांकि आईजी रेंज ओमप्रकाश पासवान व एसपी तेजस्वनी गौतम के इरादे तो साफ तौर पर नशा तस्करों के खिलाफ सख्त हैं, उन्होंने निर्देश भी दे रखे हैं। इसके बावजूद अगर नशे का बाजार खुल्लमखुल्ला गर्म है तो थानों की पुलिस को अवलोकन की आवश्यकता है।
पुलिस को चाहिए कि नशे के खिलाफ जीरो टोलरेंस नीति अपनाते हुए नशा तस्करी के बाजार के बड़े हाथियों को कानून की जद में ले, अन्यथा एक दिन बीकानेर तबाह हो जाएगा।
