बीकानेर
राज्यभर के सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में रिक्त पड़े पदों को भरने के लिए शिक्षा विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। विभाग में पहले से कार्यरत प्रिंसिपल से ग्रेड थर्ड तक के टीचर्स इन स्कूलों में जाने के लिए आवेदन करेंगे और मेरिट के आधार पर पदों को भरा जाएगा। एक तरह से महात्मा गांधी स्कूल के माध्यम से टीचर्स को गृह जिले में “ट्रांसफर” का अवसर भी मिल रहा है। हालांकि नव नियुक्त टीचर्स को लेकर आदेश में स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। जिसमें प्रिंसिपल, लेक्चरर, विभिन्न विषयों के सीनियर टीचर्स, सीनियर पीटीआई, लाइब्रेरियन ग्रेड सेकंड, सीनियर लेब असिसटेंट, लेवल वन और टू के टीचर्स, ग्रेड थर्ड पीटीआई, कम्प्यूटर टीचर, इंस्ट्रक्टर, लाइब्रेरियन ग्रेड थर्ड और लेब असिस्टेंट के रिक्त पदों को भरने के लिए आवेदन मांगे गए हैं। जो टीचर पहले से शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं, उनको ही इन पदों पर आवेदन का अवसर मिलेगा।
पंद्रह जुलाई से आवेदन
जो टीचर्स सामान्य सरकारी विद्यालय से महात्मा गांधी स्कूल में जाना चाहते हैं, उन्हें पंद्रह जुलाई से आवेदन करना होगा। 22 जुलाई की मध्य रात्रि बारह बजे तक आवेदन किया जा सकता है। शाला दर्पण पोर्टल पर इसके लिए अलग से लिंक दिया जा रहा है।
कौन कहां कर सकता है
प्रिंसिपल पद के लिए कोई भी प्रिंसिपल किसी भी जिले के लिए आवेदन कर सकता है। सभी पचास जिलों में उनके लिए पद उपलब्ध है। सीनियर टीचर, सीनियर लाइब्रेरियन, सीनियर कम्प्यूटर इंस्ट्रक्टर और इनके समकक्ष पदों के लिए एक मंडल के सभी जिलों में आवेदन किया जा सकता है। वहीं ग्रेड थर्ड टीचर्स और इसके समकक्ष पद के लिए राज्य के किन्हीं भी पांच जिलों में आवेदन कर सकते हैं।
गृह जिले में जाने का अवसर
जो टीचर महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ाने की योग्यता रखते हैं, उन्हें अपने गृह जिले में जाने का अवसर मिल गया है। ऐसे टीचर्स अपने गृह जिले को प्रथम वरीयता और अन्य निकटवर्ती जिलों को दूसरी से पांचवीं तक की वरीयता देते हुए आवेदन कर सकते हैं। पिछली बार जब सरकार ने महात्मा गांधी स्कूल के पद इसी तर्ज पर भरे तो बड़ी संख्या में टीचर्स अपने गृह जिलों में पहुंच गए थे।
प्रोबेशन पीरियड वाले टीचर्स आवेदन कर सकेंगे या नहीं? इस बारे में आदेश में कुछ भी नहीं कहा गया है। आमतौर पर प्रोबेशन पीरियड में ही टीचर्स को दूरस्थ जिलों में रहना पड़ता है। अगर चयन होता है तो वो टीचर्स भी अपने गृह जिलों में आ सकते हैं।
