बीकानेर के नयाशहर थाना क्षेत्र में हुई लूट की घटना का पुलिस ने 12 घंटे में खुलासा कर दिया। लेकिन, दो सिपाही इसी मामले में सस्पेंड भी हो गए हैं। “जीरो टोलरेंस” नीति पर काम कर रही बीकानेर एसपी तेजस्वनी गौतम ने गिरफ्तार युवकों को सहयोग करने का आश्वासन देने के मामले में नयाशहर थाने के सिपाही अमित और महेश कुमार को सस्पेंड कर दिया है। पुलिस ने साफ संदेश दिया है कि किसी भी आरोपी के साथ खड़ा होने पर पुलिसकर्मियों को बख्शा नहीं जाएगा। पूर्व में नोखा के पुलिसकर्मी को सेवा से बर्खास्त किया जा चुका है।
यह था मामला
बीकानेर के नयाशहर थाना क्षेत्र में इमरान नामक युवक के साथ पिछले दिनों लूट हुई थी। इस लूट के मामले में सात जनों को गिरफ्तार किया गया था। जिसमें कुछ युवकों को सहयोग करने का आश्वासन सिपाही महेश कुमार और अमित ने दिया था। इसकी भनक एसपी को लगी तो मामले की छानबीन करवाई गई। सीओ सिटी श्रवणदास संत को जांच सौंपी गई। प्राथमिक जांच में दोनों की लिप्तता पाये जाने पर सस्पेंड कर दिया। दोनों को थाने से भी हटा दिया गया है। अभी सीओ सिटी श्रवणदास मामले की जांच कर रहे हैं।
एसपी तेजस्वनी गौतम ने बताया कि जिस दिन लूट के आरोपी पकड़े गए थे, उसी दिन दोनों सिपाहियों ने इनको मामले में मुक्त करवाने की बात कही थी। इसकी जानकारी पुलिस को मिली तो जांच की गई। जिसमें शिकायत सही पाई गई।
बारह घंटे में पकड़ लिया था
इमरान के साथ हुई करीब पचास लाख रुपए की इस लूट के मामले में पुलिस ने बहुत सख्त व जल्द कार्रवाई की। घटना के महज बारह घंटे में गिरफ्तारी कर ली थी। तीन-चार थानों की पुलिस ने एक साथ जुटकर महज बारह घंटे में गिरफ्तारी कर ली थी। 18 घंटे में कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था।
