प्रदेश के महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में एडमिशन के लिए अब प्रोसेस को सामान्य कर दिया गया है। राज्य के जिन स्कूल में सीट्स रिक्त रह गई है, वहां “पहले आओ पहले पाओ” मेरिट के आधार पर एडमिशन किया जाएगा। इतना ही नहीं सत्रपर्यंत ये एडमिशन होते रहेंगे। दरअसल, ग्रामीण क्षेत्रों के महात्मा गांधी व अन्य सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में सीट खाली हैं। सीट से कम आवेदन है।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने आदेश में कहा कि जिन महात्मा गांधी स्कूल और अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल में सीट खाली पड़ी है। वहां मेरिट के आधार पर पहले आओ, पहले पाओ के आधार पर एडमिशन देना होगा। पहले एडमिशन मेरिट से होगा और शेष सीट्स रिक्त रहने पर सीधे एडमिशन दिया जाएगा।
खाली पड़ी है सीट
प्रदेश के अधिकांश महात्मा गांधी स्कूल में एडमिशन कम हो रहे हैं। बड़ी संख्या में स्कूलों में सीट खाली पड़ी है। यहां तक कि शहर के विद्यालयों में भी सीट खाली है, हालांकि गांवों में स्थिति ज्यादा खराब है। पोर्टल पर देखने पर बीकानेर शहर के मुरलीधर व्यास नगर, सूरसागर और गंगाशहर में स्थित महात्मा गांधी स्कूल्स में ही सीट्स खाली पड़ी है। इस संबंध में मुरलीधर व्यास कॉलोनी के महात्मा गांधी स्कूल प्रिंसिपल राजीव पुरोहित का कहना है कि डॉक्यूमेंट पूरे होने पर ही साइट पर अपडेट किया जाता है। ऐसे में जो सीट्स साइट्स पर रिक्त दिखाई जा रही है, वो हकीकत में सभी रिक्त नहीं है।
प्राइवेट स्कूल में रुके एडमिशन
उधर, प्राइवेट स्कूल्स में एडमिशन की रफ्तार अभी भी कमजोर है। दरअसल, आरटीई के फ्री एडमिशन और महात्मा गांधी स्कूल में एडमिशन का प्रोसेस पूरा नहीं होने के कारण प्राइवेट स्कूल को इंतजार करना पड़ रहा है।
