सीएम भजनलाल शर्मा रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से मिलने उनके सरकारी आवास पर पहुंचे। सीएम एक घंटे से ज्यादा समय तक राजे के आवास पर रुके। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच विधानसभा की 5 सीटों पर होने वाले उप चुनाव और बजट को लेकर चर्चा हुई है।
लोकसभा चुनावों से पहले भी सीएम भजनलाल शर्मा ने 26 जनवरी को राजे से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की थी। दोनों नेताओं की आज की मुलाकात के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं।
सीएम भजनलाल की वसुंधरा से मुलाकात को आपसी रिश्ते सामान्य करने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है। दरअसल, जब से भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री बने हैं, तब से वसुंधरा राजे ने सरकारी और पार्टी के कार्यक्रमों से पूरी तरह से किनारा कर लिया था।
भजनलाल सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार, पीएम नरेंद्र मोदी के विधायक और पार्टी पदाधिकारियों के साथ डिनर कार्यक्रम, लोकसभा चुनावों की तैयारियों को लेकर आयोजित हुई चुनिंदा नेताओं की बैठक में भी राजे शामिल नहीं हुई थीं।
वहीं, लोकसभा चुनावों में भी राजे ने खुद को झालावाड़ संसदीय क्षेत्र तक ही सीमित रखा था। राजे पूरे लोकसभा चुनावों में किसी दूसरे संसदीय क्षेत्र में प्रचार के लिए नहीं गई थीं। इसे राजे की नाराजगी के तौर पर देखा गया था। अब इस साल होने वाले विधानसभा उप चुनाव सीएम भजनलाल के लिए असली चुनौती है। ऐसे में राजे को साधना पार्टी के लिए काफी जरूरी हो गया है।
ईआरसीपी को लेकर भी चर्चा संभव
सीएम भजनलाल शर्मा की सरकार ने सत्ता संभालने के साथ ही प्रदेश में पीकेसी-ईआरसीपी (ईआरसीपी का संशोधित रूप) को लेकर मध्यप्रदेश के साथ एमओयू साइन किया था। वहीं, सीएम भजनलाल भी कई बार सार्वजनिक मंचों से यह कह चुके हैं कि ईआरसीपी का प्रोजेक्ट तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे लेकर आई थीं। इसे हमारी सरकार आगे बढ़ाने का काम कर रही है।
ऐसे में आज की मुलाकात में दोनों नेताओं के बीच पीकेसी-ईआरसीपी को लेकर भी चर्चा होना बताया जा रहा है। इसके साथ ही आने वाले बजट को लेकर भी दोनों नेताओं के बीच चर्चा होने की संभावना जताई जा रही है।
