पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक युवक ने एसपी को परिवाद दिया है। जिसमें लालमदेसर के रहने वाला हाल सर्वोदय बस्ती के रहने वाला अशोक पुत्र मदनलाल ने पुलिनसकर्मियों पर हत्या का प्रयास करने, छत से गिराने, झूठे मुकदमों में फसाने की धमकी देने के आरोप लगाए है।
प्रार्थी ने बताया कि वह पिछले दो सालों से रामकिशन कस्वां विमला भवन के पीछे सर्वादय बस्ती के घर पर परचून की दुकान पर काम करता हूं। 21 मई को सुबह अचानक 10-12 पुलिस वाले आए। इस दौरान प्रार्थी घर की छत पर कुछ काम कर रहा था।
प्रार्थी ने बताया कि दो पुलिसकर्मी जिनमें एक वर्दी पहने हुए और दूसरा बिना वर्दी के छत पर आए। प्रार्थी ने बताया कि दोनो ने आते ही उस पर डण्डों से मारपीट करने लगे। जिससे प्रार्थी के कमर व पैरों में डण्डों के निशान हो गये। जब प्रार्थी पुलिस से बचने के लिए
पडौस की छत पर चला गया लेकिन पुलिस वाले नही माने और पीछे पडौसी की छत पर आकर मारपीट करने लगे। प्रार्थी ने बताया कि इस दौरान पुलिसकर्मियों ने कहा कि सीआई साहब ने कहा घर में कोई भी मिले उसे मारकर एनकाउंटर दिखा देना।
प्रार्थी ने बताया कि इस दौरान बिना वर्दी पहले पुलिसकर्मी ने उसे धक्का दिया। जिससे वह तीसरी मंजिल से गिर गया। जिसके बाद पुलिसवालों ने घेर कर टैक्सी बुलाई और टैक्सी में डालकर अस्पताल पहुंचाया।
प्रार्थी ने बताया कि इलाज के दौरान पुलिसकर्मी आया और उसने तीन खाली पन्नों पर जबरन हस्ताक्षर करवाये और घटना के बारे में किसी को नहीं बताने के लिए कहा और कहा कि बताया तो कही ले जाकर एनकाउंटर कर देंगे।
प्रार्थी ने आरोप लगाया कि पुलिस वालों ने मारपीट कर 20 हजार रुपये थे वो भी छीनकर ले गये। बिना पूछताछ के पुलिस वालों ने मेरे अंगुठे लगवाये और कहा चुपचाप अपना इलाज करवा लो और किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही की तो एनडीपीएस, आम्रस एक्ट के मामलों में फसा देंगे।
