कश्मीर बहुत सुंदर है, एक बार घूमना है। पिछले 20 दिनों से प्लानिंग के बाद बेटा तबरेज और बहू फरहा अपने 5 साल के जुड़वा बच्चों (बेटा-बेटी) के साथ घूमने निकले थे। उनके साथ बड़े भाई परवेज का परिवार भी था। मुझे भी साथ चलने के लिए कहा था। पता नहीं था घूमने जाने के बाद ऐसा हो जाएगा। नहीं तो कभी नहीं भेजती।
यह कहना है जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए प्रॉपर्टी डीलर तबरेज खान (38) की मां मजिदान का। जो बेटे और बहू के बारे में बताते हुए रोने लगीं। तबरेज के साथ पत्नी फरहा खान (35) को भी गोली लगी है। दोनों अस्पताल में भर्ती हैं।
तबरेज की एक आंख निकालनी पड़ी

तबरेज के पिता असलम खान ने बताया- कश्मीर में आतंकवादी हमले में घायल तबरेज और फरहा का श्रीनगर के जीएमसी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। तबरेज के सिर में आंख के पास गोली लगी है। तबरेज का सुबह करीब 3 बजे ऑपरेशन किया गया। उसकी एक आंख डैमेज होने के कारण निकाली गई है। वहीं, नाक की हड्डी टूटने से ब्लड बहना रुक नहीं रहा है। नाक की हड्डी के लिए तबरेज का दूसरा ऑपरेशन होगा।
फरहा के कंधे पर गोली लगी। तबरेज के बाद फरहा का भी ऑपरेशन किया गया। फरहा के कंधे में रॉड डाली गई है। अब स्थिति पहले से ठीक है। 5 साल के जुड़वा बेटा-बेटी को श्रीनगर आर्मी कैंप में रखा गया है।

20 दिन पहले बनाई थी घूमने की प्लानिंग
असलम खान ने बताया 13 मई को कश्मीर जाने के लिए तबरेज ने 20 दिन पहले ही प्लानिंग कर ली थी। उसने ही रिश्तेदारों के साथ कश्मीर जाने का ग्रुप प्लान बनाया। पत्नी-बच्चों के साथ उसका बड़ा भाई भी कश्मीर घूमने साथ गया था। 22 मई को कश्मीर से लौटने का टिकट करवाया था। कश्मीर में बेटे-बहू के साथ ऐसा होगा, पता नहीं था।
रात को घर आया तो पता चला बेटे-बहू हॉस्पिटल में भर्ती
तबरेज के पिता ने बताया- घटना वाले दिन (शनिवार) सुबह करीब 11:30 बजे तबरेज से बात हुई थी। बताया था कि ग्रुप के साथ घूमने निकलने वाले हैं। उसके बाद रात करीब 9 बजे घर आने पर बेटे-बहू को गोली लगने का पता चला। साथ गए रिश्तेदारों से पता किया तो उन्होंने बेटे-बहू को हॉस्पिटल में भर्ती होने की बात कही। उन्होंने बताया कि पोती घटना के बाद सहम गई है, जबकि पोता ठीक है। हम श्रीनगर जाना चाहते हैं, लेकिन टिकट नहीं हो पा रहा है।

बहू बोली थी- खाना खाकर बात करती हूं
तबरेज की मां मजिदान ने रोते हुए बताया- अगर पता होता तो बेटे-बहू को कश्मीर नहीं जाने देती। बेटा अक्सर कहता था कि कश्मीर बहुत सुंदर है, एक बार घूमने जाऊंगा। बस, इस वजह से उसको कभी मना नहीं किया। जाते समय उसने कहा था कि अम्मी तुम भी साथ चलो, लेकिन मैंने कहा बड़ा भाई परवेज भी जा रहा है। तुम लोग घूमकर आ जाओ।
उन्होंने बताया- दोपहर करीब 12:15 बजे परवेज ने कॉल कर बताया था- अम्मी हम लोग घूमने के लिए निकल रहे हैं। उसके बाद बात नहीं हुई। रात को मैंने बहू को कॉल किया। बहू से बात होने पर उसने कहा- अम्मी मैं खाना खाकर आपसे बात करती हूं। करीब 10 मिनट बाद बड़े बेटे परवेज का कॉल आ गया।
घबराए हुए जोर से चिल्लाते हुए बोला- गोली मार दी है। पूछने पर बोला- तबरेज और फरहा को। मैंने कहा- उसके इतने दुश्मन कहां से आ गए। मेरे बेटे के साथ बहू को भी गोली लग गई। पोता-पोती रो रहे हैं, मां-बाप के बिना।
डिनर करने पहुंचे थे गार्डन

तबरेज के पिता असलम खान ने बताया- कश्मीर घूमने गए जयपुर से 50 लोगों में 12 बच्चे भी शामिल हैं। सभी शनिवार रात करीब 9 बजे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित गार्डन में डिनर करने गए थे। बस से उतर कर सभी डिनर के लिए गार्डन में अंदर चले गए। खेलते हुए बच्चे आगे निकल गए।
गार्डन के गेट से तबरेज पत्नी फरहा और साले शाहरुख के साथ अंदर घुस रहा था। इस दौरान बाइक पर आए 2 आतंकवादियों ने गोलियां चलाना शुरू कर दिया। चलती बाइक पर पीछे बैठे आतंकवादी ने 20-25 राउंड फायर किए। गोलियां चलने की आवाज सुनकर पीछे मुड़कर देखने के दौरान तबरेज और फरहा को गोली लग गई। शाहरुख के भी गले पर गोली की छूने से चोट आई है।
हॉस्पिटल में कराया भर्ती
गोलियां चलने की आवाज सुनकर लोगों में दहशत के साथ चीख-पुकार मच गई। महज 10 सेकेंड में ही बाइक सवार दोनों आतंकी फरार हो गए। घायल तबरेज और फरहा को तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। शाहरुख के गले में चोट आने पर उसके पट्टा बांधा गया है।
