बीकानेर। शहर में पिछले काफी लंबे समय से सट्टे का हब बन चुका है बीकानेर शहर में कई जगहों से लाइन आते है जिसमें सट्टेबाज जुडे हुए है। अगर देखा जाये तो पुलिस की कार्यवाही नाममात्र की है। युवा वर्ग ज्यादात्तर इस काम में बुरी तरह से फंसे हुए उनको निकलने का रास्ता नही मिल पा रहा है। क्योकि कई ऐसे बदमाश लोग है जो ऐसे व्यक्ति का इंतजार करते है कि उसको रुपये की आवश्यकता पड़े और वो उसको ऊंचे ब्याज में रुपये देते है फिर शुरु होती है उस व्यक्ति को धमकाने व मारपीट के काम जो आये दिन शहर में देखने का मिल रहा है। जब इस बारे में एक सुदखोर से बात की तो नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि जिसको रुपये की आवश्यकता होगी वो हमारे ब्याज पर लेगा। हमारा ब्याज 15 से शुरु होता है करीब 23 रुपये सैकड़े तक रुपये उधार देते है जितने रुपये लेते है उसमें से 3 प्रतिशत पहले ही काटकर उसको देते है। जैसे 10000 हजार रुपये और तीन हजार रुपये काटकर ही उसको देते है। लेकिन देते समय पूरे दस हजार रुपये लेंगे वो तीन हजार रुपये गये। पुलिस हमारा कुछ नहीं कर सकती है क्योकि हम पुलिस के कई हमारे साथ मिले हुए है। इसी तरह सटोरियों ने बताया कि हमारे प्राय: ठिकाना पुलिस थाने के आस पास ही रहता है जिससे की पुलिस को कोई शक नहीं हो और हम अपना काम आराम से चला सके।
सटोरियों ने ठिकाने बदले
पुलिस की सख्ती के साथ ही सटोरियों ने अपने अपने ठिकाने बदल लिये है अब शहर की तंग गलियों पर सटोरियों ने अपने ठिकाने बना लिये है जहां पुलिस नहीं पहुंच सकती है। इसी का फायदा उठाते है।
शहर के आस पास ग्रामीण इलाकों में किराये के घरों में ठिकाने
जब हमने इसकी तह तक गये तो चौक गये शहर के नामी सट्टेबाज शहर को छोडक़र आस पास के गांवों में किराये के घरों में अपना ठिकाना बना लिया है इसके साथ साथ आस पास बने फर्म हाऊस व खेतों, ढाणियों में जमकर सट्टे का खउेल चल रहा है। इन तक पुलिस की पहुंचना मुश्किल है। पुलिस की लाख कोशिश के बाद भी सट्टेबाज हाथ नहीं आ रहे है। इसका उदाहरण देख लो आईपीएल खत्म होने की कगार पर लेकिन बीकानेर पुलिस ने एक दो कार्यवाही कर वाहीवाही लूट ली जबकि ऐसा कुछ नहीं है पुलिस को सब जानकारी है कौनसा सट्टेबाज कौनसी जगह बैठा है लेकिन पुलिस उस तक नहीं जाती है। अगर कभी कभार ऊपर से आदेश मिल ही जाता है तब कही जाकर छोटे मोटी मछली को पकड़ कर वाही वाही लूट लेने माहिर है पुलिस।
इन इलाकों में सटोरियों की भरमार
गंगाशहर, जस्सूसर गेट, नत्थसुर गेट, मोहता का चौक, रांगड़ी चौक, जेल रोड, घडसीसर रोड़, सुजानदेसर, व्यास कॉलोनी इन इलाको बड़े सट्टेबाज रहते है।
