DNR News, बीकानेर। (पत्रकार रोशन बाफना की विशेष रिपोर्ट) पुरानी लाइन गंगाशहर निवासी रामलाल बोथरा के यहां धावा बोलने वाले चोर गिरोह के दो बदमाशों को गंगाशहर पुलिस ने धर दबोचा है। आरोपियों की पहचान भाटों का बास निवासी श्यामसुंदर पुत्र श्रवण कुमार विश्नोई व भाटों का बास निवासी कैलाश उर्फ केलिया पुत्र श्रवण कुमार विश्नोई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं तीसरा आरोपी भाटों का बास निवासी रौनक पुत्र इमीलाल फरार है।
ये था मामला: 23 अप्रेल की मध्यरात्रि रामलाल बोथरा परिवार विवाह समारोह में गया हुआ था। घर में ताला लगा था, सुबह घर के ताले टूटे मिले। परिवादी ने पुलिस को बताया कि उसके यहां से सोने के गहने व नकदी मिलाकर करीब सात लाख रुपए की चोरी हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच हैड कांस्टेबल हेतराम विश्नोई को सौंपी।
ढ़ूंढ़ रहे थे शिकार, मकान के दिखा ताला तो घुस गए अंदर: पुलिस के अनुसार आरोपी एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर गंगाशहर आए थे। यहां वे बंद मकान की तलाश करते करते रामलाल बोथरा के मकान के आगे पहुंचे। ताला लगा देख कैलाश व रौनक दीवार फांदकर अंदर घुसे। श्यामसुंदर गलियों में छिप गया। कैलाश व रौनक ने ताले तोड़ चोरी की वारदात को अंजाम देकर श्यामसुंदर को सूचना दी। श्यामसुंदर गेट पर आया और दोनों साथियों को लेकर चला गया।
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज व मुखबिरी की सहायता से दोनों को दबोचा।
-नशे ने बनाया चोर और नशेड़ियों के बड़े ठिकाने पर ही मिले बदमाश: पुलिस के मुताबिक आरोपी नशेड़ी है। कैलाश उर्फ केलिया स्मैक का बड़ा नशेड़ी है। वह रोज कम से कम पांच पुड़िया स्मैक लेता है। एक पुड़िया 600 रूपए में खरीदता है। ऐसे में उसे प्रतिदिन कम से कम 3 हजार रूपए की आवश्यकता केवल नशे के लिए होती है। पुलिस के अनुसार कैलाश ऊपर में 50 ग्राम स्मैक एक दिन में ले लेता है। श्यामसुंदर व कैलाश दोनों सगे भाई हैं वहीं रौनक उसी मोहल्ले का निवासी है।
पुलिस के अनुसार इनका ठिकाना फूलनाथ जी की बगेची है। बता दें कि इस क्षेत्र में नशेड़ियों का जमावड़ा लंबे समय से है। आरोपियों ने चोरी के गहने यहीं पर खानों की दरार के बीच बने एक कमरे में छिपा रखे थे। यहां तीन तरफ कींकर ही कींकर थे। पुलिस ने मौके पर जाकर गहने बरामद किए।
-चोरी के बाद अब तक नहीं खाया खाना: पुलिस के अनुसार कैलाश ने चोरी की वारदात के बाद अब तक खाना ही नहीं किया। वह लगातार नशे में धुत्त पड़ा था। नशा करता और सो जाता।
-बीकानेर में 14 से 25 वर्ष के हजारों हज़ारों लड़के हो चुके हैं नशे के गुलाम: बता दें कि बीकानेर में 14 से 25 वर्ष के नशेड़ियों की भरमार है। नशे की गोलियां, स्मैक, एमडी, कोरेक्स सिरप सहित युवा ऐसे ऐसे नशे की गिरफ्त में आ चुके हैं जिनके बारे में सुनकर आपके होश उड़ जाएंगे। ये लड़के पहले नशा करते हैं फिर नशा करने के लिए पैसा ना मिलने पर अपराध के दलदल में फंसते हैं।
