DNR न्यूज़, बीकानेर। बीकानेर के कई लालची दुकानदार इंसानों को घायल व अपाहिज बनाने तथा दर्दनाक मौत की नींद सुलाने वाले मांझे की धड़ल्ले से बिक्री कर रहे हैं। इस खतरनाक मांझे को चाइनीज मांझा कहते हैं जो किसी तलवार से कम नहीं है। हर वर्ष पतंगबाजी के सीजन में सैकड़ों लोग इस मांझे की चपेट में आकर भयंकर रूप से घायल होते हैं। कहीं कहीं मौत तक हो जाती है। फिर भी पैसों के लालची दुकानदार चाइनीज मांझा बेचना बंद नहीं कर रहे। बीकानेर नगरीय क्षेत्र के कोटगेट, दाऊजी रोड़, बड़ा बाजार, रानी बाजार, गंगाशहर, जूनागढ़ क्षेत्र से लेकर चप्पे चप्पे पर चाइनीज मांझा बेचने वाले लालची दुकानदार भरे पड़े हैं।
हालांकि हर वर्ष की भांति इस बार भी जिला प्रशासन ने संज्ञान लिया है।कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने इस मांझे पर पूर्णतया प्रतिबंध लगा दिया है। कलेक्टर ने आदेश जारी कर कहा है कि चाइनीज मांझे की थोक व खुदरा बिक्री, भंडारण, परिवहन तथा उपयोग प्रतिबंधित रहेगा। अगर कोई नागरिक आदेशों की अवहेलना करता पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
कलेक्टर ने पक्षियों का जीवन बचाने के लिए भी एक आदेश जारी किया है। आदेशानुसार प्रातः 6 बजे से 8 बजे व सायं 5 बजे से 7 बजे तक पतंगबाजी पर रोक रहेगी। विदित रहे कि इस समय पक्षी घोंसलों से निकलते व वापिस लौटते हैं, ऐसे में उनके मांझे की चपेट में आने की घटनाएं अधिक होती है।
-क्या फिर होगी खानापूर्ति की कार्रवाई मगर हवा में तैरती रहेगी चाइनीज तलवारें– उल्लेखनीय है कि पिछले वर्षों में चाइनीज मांझे के मार्केट में बढ़ोतरी हुई तो प्रशासन भी एक्टिव मोड पर आया। पिछले दो वर्षों में चाइनीज मांझा बेचने वालों पर कार्रवाई भी हुई। इसके बावजूद चाइनीज मांझा हवा में तैरता दिखाई दिया। बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए। ऐसे में सवाल यह है कि क्या प्रशासन आदेशों की पालना में धरातल पर भी सख्ती करेगा। अगर सिस्टम चाहे तो हर दुकान पर सर्च अभियान चलाकर चाइनीज मांझे का नामोनिशान मिटा सकता है।
–पतंगबाजों व दुकानदारों को भी रखनी होगी मानवता: चाइनीज मांझे से हो रही दुर्घटनाएं रोकने के लिए पतंगबाजों व दुकानदारों को भी मानवता रखनी होगी। मज़े और पैसे के चक्कर में बेकसूर लोगों की जान से खेलना बंद करना होगा। जो दुकानदार चाइनीज मांझा बेच रहे हैं उन्हें पीबीएम ट्रोमा सेंटर जाकर घायलों की दुर्दशा देखकर आनी चाहिए। अगर ऐसे ही चाइनीज मांझा बिकता रहा तो विक्रेताओं के परिजन भी चपेट में आ जाएंगे।
