बीकानेर // शिक्षा विभागीय मंत्रालयिक कर्मचारियों के कार्य आवंटन आदेश को निरस्त करने वाले पत्र के विरोध स्वरूप शिक्षा निदेशालय परिसर में लगातार दो दिन जोरदार प्रदर्शन किया गया। निदेशालय के समस्त मंत्रालयिक कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर खूब नारेबाजी की तथा काले आदेश को लेकर अपना रोष व्यक्त किया।
शिक्षा निदेशालय प्रारंभिक एवं माध्यमिक एवं शिक्षा संकुल सहित पूरे राजस्थान में सभी ब्लॉक जिला संभाग और स्कूलों में भी मंत्रालय कर्मचारियों का आंदोलन चरम पर है। सम्पूर्ण राजस्थान में शिक्षा विभाग के अधिकांश कार्यालयों में निदेशालय की संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर काली पट्टी बांधकर विरोध किया गया। अनेक जिलों यथा भीलवाड़ा, कोटा, झुंझुनूं, आदि जिलों में निदेशालय की तर्ज़ पर संयुक्त संघर्ष समिति का गठन किया गया है।
कार्मिक विभाग तथा वित्त विभाग द्वारा राजस्थान सेवा नियमों के अंतर्गत मंत्रालयिक कार्मिकों के सम्बन्ध मे जो कार्य और जो पद आवंटित किए गए थे, उस सम्बन्ध मे निदेशक माध्यमिक शिक्षा द्वारा जारी कार्य आवंटन आदेश को अपास्त करने की गैर वाजिब मांग प्रधानाचार्यों के संगठन विशेष द्वारा की गई है, जिसके विरोध में पूरे प्रदेश का मंत्रालयिक कर्मचारी और मंत्रालयिक कर्मचारियों के महासंघ भी इस आंदोलन में के समर्थन में आ गए है।
आंदोलन के अगले चरण में संयुक्त संघर्ष समिति, शिक्षा विभाग राजस्थान के निर्णय अनुसार आज दिनांक 9 जुलाई 2025 को भोजन अवकाश में निदेशालय सहित प्रदेश के सभी मंत्रालय कर्मचारी अनावश्यक विवाद करने वाले एक संगठन की सद्बुद्धि के लिए हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ करेंगे।
संघर्ष समिति समिति के संयोजक गोविंद नारायण श्रीमाली ने बताया कि हम सभी एक है और दृढ़ता के साथ हमारे संवर्ग की लड़ाई लड़ रहे हैं, निदेशालय और समस्त अधीनस्थ कार्यालयों में शिक्षा अधिकारियों तथा मंत्रालयिक कर्मचारियों में सहयोग एवं सद्भाव की पुरानी साझी परम्परा रही है, जिसे तोड़कर विभाग के वातारण को दूषित करने का निंदनीय प्रयास किया जा रहा है, जिसे शिक्षा विभाग आम मंत्रालयिक कर्मचारी सहन नहीं करेगया। संघर्ष समिति, शिक्षा विभाग राजस्थान के आह्वान पर हुए प्रदर्शन में मातृ शक्ति सहित निदेशालय के सभी मंत्रालयिक कर्मचारियों ने भाग लिया।
