बीकानेर,12वीं कक्षा में पढ़ने वाले एक छात्र ने 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म किया और प्लास्टिक की थैली से उसका मुंह दबाकर हत्या कर दी। वारदात के बाद बच्ची के शव को फांसी पर लटका दिया। पुलिस ने आरोपी को निरुद्ध किया है।
कोलायत के एक गांव में रहने वाली सात साल की बच्ची उसकी 10 साल की बड़ी बहन सोमवार की शाम को पड़ोस में रहने वाले शिक्षक के बच्चों के साथ उनके घर खेलने गई थीं। इस दौरान 7 साल की बच्ची गाय के बाड़े में टायलेट करने गई तो पड़ोस में रहने वाले 12 वीं कक्षा के छात्र ने उसे पकड़ लिया और दुष्कर्म किया। बच्ची ने शोर मचाया और विरोध किया तो छात्र ने प्लास्टिक की थैली से उसका मुंह और नाक दबाकर हत्या कर दी।
वारदात के बाद बच्ची को गाय के बाड़े में ही रस्सी से लटकाकर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की और फरार हो गया। वारदात के समय शिक्षक घर से बाहर गया हुआ था। उसकी प|ी और बच्चे ही घर पर थे। सायंकाल करीब 7 बजे मृतका की बड़ी बहन अपने घर लौटी तो परिजनों ने छोटी बेटी के बारे में पूछा और शिक्षक को फोन किया। शिक्षक अपने घर पहुंचा और गाय के बाड़े में देखा तो बच्ची मृत अवस्था में मिली। उसने परिजनों को बुलाया। परिजन और पुलिस मौके पर पहुंच गए। एफएसएल की टीम को बुलाया गया जिसने जांच-पड़ताल की। बच्ची का शव कोलायत के अस्पताल में रखवाया गया।
एएसपी ग्रामीण कैलाशसिंह सांदू मंगलवार को कोलायत पहुंच गए और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। सीओ कोलायत संग्रामसिंह ने बताया कि बच्चे के पिता की रिपोर्ट पर दुष्कर्म और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी किशोर 17 साल 11 माह का बताया जा रहा है जिसे निरुद्ध कर लिया है। वारदात का पता चलने पर बीकानेर से अशोक प्रजापत, त्रिलोकचंद कुमावत, किसन प्रजापत, हजारीराम गेदर भी कोलायत थाने पहुंचे।
पॉर्न साइट देखता था छात्र, युवतियों से करता था चैटिंग का प्रयास
पुलिस ने छात्र का मोबाइल खंगाला तो सामने आया कि वह पॉर्न साइट देखता था। इसके अलावा युवतियों से सोशल मीडिया पर चेटिंग का प्रयास भी करता था। पुलिस उसके मोबाइल की एफएसएल से जांच कराएगी। मोबाइल में अश्लील वीडियों या फोटोग्रार्क्स के बारे में जांच से पता चलेगा। पुलिस को प्राथमिक तौर पर मोबाइल से सोशल मीडिया पर अश्लील चैटिंग किए जाने के प्रमाण मिले हैं।
ग्रामीण-समाज के लोगों ने सहयोग किया तो खुली वारदात : एएसपी
एएसपी ग्रामीण कैलाशसिंह सान्दू का कहना है कि 7 साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करना गंभीर वारदात थी। पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। बच्ची के परिजन, ग्रामीण और समाज के लोग मौके पर इकट्ठा हो गए। लेकिन, उन्होंने पुलिस का सहयोग किया। इससे पुलिस लगातार जांच-पड़ताल में जुटी रही और तीन-चार घंटों में ही कड़ियां जोड़कर वारदात को अंजाम देने वाले तक पहुंच गई। निरुद्ध किए गए युवक को किशोर न्यायालय में समक्ष पेश किया जाएगा।
छात्र की गतिविधियां संदिग्ध लगी, पूछताछ में पकड़ा गया
बच्ची से दुष्कर्म और हत्या की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी छात्र घर से बाहर निकला और दुकानों पर गया। अपने रिश्तेदारों से भी मिला। परिजन और गांव के लोग मौके पर इकट्ठा हुए तो वहां भी पहुंच गया और भीड़ में शामिल हो गया। इस दौरान पुलिस ने ग्रामीणों से पूछताछ की। आसपास रहने वाले लोगों के बारे में जानकारी जुटाई तो छात्र की गतिविधियां संदिग्ध लगी। उससे पूछताछ की तो पुलिस को शक हुआ जो धीरे-धीरे यकीन में बदल गया।
ऐसे दिया वारदात को अंजाम
7 साल की बच्ची शिक्षक के घर में बने गाय के बाड़े में टॉयलेट करने गई थी। घर के पीछे ही रहने वाले आरोपी ने उसे देखा और दीवार कूदकर बाड़े में आ गया। बच्ची को पकड़कर दुष्कर्म किया। उसने शोर मचाने की कोशिश की और विरोध किया तो प्लास्टिक की थैली से मुंह-नाक दबाकर मार दिया। बच्ची की हत्या के बाद बाड़े में छपरे से लटक रही रस्सी उसके गले में डालकर लटका दिया और वापस दीवार कूदकर अपने घर चला गया। घर जाकर नहाया और जिस प्लास्टिक से बच्ची को मारा था उसे जला दिया। उसकी राख चूल्हे में डाल दी।
एफएसएल की जांच में दुष्कर्म के बाद हत्या प्रमाणित
पुलिस मौके पर पहुंची तो बच्ची का शव गाय के बाड़े में लटका मिला। उसके घुटने जमीन पर मुड़े थे। गर्दन लटकी हुई थी और मुंह से लार टपक रही थी। प्रथम दृष्टया पुलिस को दुष्कर्म और हत्या का शक हुआ। लेकिन, एफएसएल ने बारीकी से जांच-पड़ताल की और साक्ष्य जुटाए तो बच्ची के साथ दुष्कर्म करना और उसकी हत्या कर देना मान लिया गया।
